कहते हैं जिसका कोई नही उसका सहारा बनाकर ऊपर वाला किसी न किसी को जरूर भेज देता हैं वही बात आज कही न कही सच साबित हुई हैं. बीते दिनों बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के रौनी ग्राम निवासी 24 वर्षीय कुंदन गोस्वामी की करंट लगने से मृत्यु हो गई जो नंदेश्वरी(गुजरात) की एक कम्पनी में कार्यरत थे. यह खबर जब उनके परिवार वालो को मिली तो वे सन्न रह गए और उनके परिवार में मातम छा गया .जब परिवार वालो ने उस कम्पनी वालो से सम्पर्क साधने की कोशिश की तो कम्पनी वालो ने मौत की बात स्वीकार की लेकिन कुछ विशेष मदद से इनकार कर दिया.
जब परिवार वालो को किसी माध्यम से पता चला कि बक्सर के भी लोग गुजरात मे रहते हैं तब इनलोगो के द्वारा सूरत के उद्दमी और समाजसेवी मिथलेश पाठक जो बक्सर के धनसोई थाना के खरवनिया निवासी हैं उनसे संपर्क किया हालांकि वो अभी बक्सर में ही मौजूद हैं. जब ये सारी बाते उनके संज्ञान में आई तब उनके द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उस कम्पनी के मालिक से सम्पर्क साधा और शव को बक्सर लाने तथा कम्पनी के द्वारा उनको मदद दिलाने की पेशकश की. ततपश्चात पूरी कागजी कार्यवाही पूरी होने तक वहाँ बिहार समाज सेवा जो कि एक प्रवासी बिहारी लोगो के द्वारा तैयार किया गया संगठन हैं उसके अध्यक्ष और भोजपुर निवासी डीएन ठाकुर ,अधिवक्ता रंजित मिश्रा ,कन्हैया पांडे ,विधान झा आदि लोगो ने मिथलेश पाठक के द्वारा खबर मिलने पर वहाँ उपस्थित होकर मृत व्यक्ति की पोस्टर्माटम और इससे सम्बंधित अन्य कार्य में भरपूर सहयोग किया जिसके बाद उस कम्पनी के द्वारा मृतक को 17 लाख रुपए अनुदान सहित अन्य खर्चों के वहन की जम्मेवारी उठाई और शव को बक्सर भेजा.
मृतक के परिवार वालो से जब सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि गुजरात से आज शव गांव आ चुका है और अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही हैं.