बक्सर स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर लॉ कॉलेज में महिलाओं की स्थिति पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें कॉलेज के छात्र, प्रोफेसर ,अधिवक्ता एवं शिक्षाविदों ने भाग लिया.
सब ने बारी-बारी से महिलाओं की स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए जिसमें मुख्य रुप से लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ कृष्ण अली अल्बर्ट, वाइस प्रिंसिपल अखिलेश मंडल, प्रोफेसर जैनेंद्र सिंह,डॉ पुष्पा सिंह,प्रो राजेश कुमार सिंह, कुमार देवेंद्र सहित छात्रों ने भी अपना विचार प्रकट किया.
अपने वक्तव्य में प्रिंसिपल डॉ कृष्ण अली अल्बर्ट ने कहा कि महिलाओं में जागरूकता लाकर उन्हें शसक्त बनाया जा सकता हैं और समाज में उनकी भागीदारी को मजबूत किया जा सकता हैं. उन्होंने आगे बताया कि भारत मे महिलाओं के प्रति कई कानून बने जिसमें मुख्यरूप से वर्तमान में बने कानून प्रोटेक्शन ऑफ विमेन फ्रॉम डोमेस्टिक वॉयलेंस(2005)प्रिवेंशन, प्रोहिबिशन एंड रीड्रेसल बेनिफिट एक्ट, 2013 इत्यादि हैं जो महिलाओं को शसक्त बनाने में मदद कर रहे हैं.
वही वाइस प्रिंसिपल अखिलेश मंडल ने बताया कि महिलाओं की स्थिति भारत मे प्राचीन से लेकर आजतक बहुत बेहतर तो नही हुई लेकिन सुधार जरूर हुए हैं कानून भी दिन प्रतिदिन महिला शसक्तीकरण को प्रोत्साहित कर रहे हैं लेकिन जागरूकता में कही न कही कमी रह जा रही हैं जिससे आजकल घट रही घटनाओं पर लगाम लग पाना मुश्किल होते जा रहा है.
कालेज की ही प्रोफेसर डॉ पुष्पा सिंह जिनके द्वारा इस सेमिनार में इस विषय का चयन किया गया था उन्होंने बताया कि जबतक हम कुरीतियों को अपने स्तर से खत्म नही करेंगे तबतक महिलाओं की स्थिति में सुधार लाना मुश्किल है.
सभी ने बारी- बारी से इस अतिमहत्वपूर्ण विषय पर अपने अपने विचार व्यक्त किए और इसपर अपने स्तर से कैसे सुधार हो इस अपनी राय रखी.उपस्थित छात्रों में ब्रजेश तिवारी, शत्रुघ्न चौबे, गुड़िया कुमारी,शुष्मा कुमारी, प्रीति कुमारी, बंटी चौरसिया ,माया सुधा ने भी इसमें भाग लिया.